कलहान्तानि हर्म्याणि कुवाक्यान्तं च सौहृदं,
कुराजान्तानि राष्ट्राणि कुकर्मान्तं यशो नृणां ॥
*भावार्थ:- झगड़ों से परिवार टूट जाते हैं। गलत शब्द के प्रयोग करने से मित्रता टूट जाती है। बुरे शासकों के कारण राष्ट्र का नाश होता है । बुरे काम करने से यश दूर भागता है।*
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