Sunday, January 2, 2022

आशीर्वाद

सुखी रहे संसार जगत में दुखिया रहे न कोय ।
यह है अभिलाषा हम सब की भगवन पूरी होय।।
विद्या बुद्धि तेजबल सबके भीतर होय ।
दूध पूत धन धान्य से वंचित रहे न कोय ।।