हस्ती हस्त सहस्त्रेण
शत हस्तेन वाजिनः,
श्रृड्गिणी दश हस्तेन
देशत्यागेन दुर्जनः।।
*भावार्थः- हाथी से हजार गज की दूरी रखें, घोड़े से सौ की, सींग वाले जानवर से दस की.... परंतु जहाँ दुष्ट स्वभाव वाले दुर्जन रहते हो, उस स्थान अथवा क्षेत्र को अतिशीघ्र त्याग देना ही उचित है।*