akhileshwar
Friday, August 21, 2020
नरक की आत्माओं के लक्षण
कटुता च वाणी
दरिद्रता च स्वजनेषु वैरम्।
नीच प्रसङ्गः कुलहीनसेवा
चिह्नानि देहे नरकस्थितानाम्।
भावार्थ :- अत्यन्त क्रोध, कटु वाणी, दरिद्रता, स्वजनों से वैर, नीच लोगों का साथ, कुलहीन की सेवा... नरक की आत्माओं के यही लक्षण होते हैं।।
Friday, August 7, 2020
पण्डित किसे कहते है
सदृशं वाक्यं
प्रभाव सदृशं प्रियम्,
आत्म शक्ति समं कोपं
यो जानाति स पण्डितः॥
भावार्थ :- किसी सभा में कब और क्या बोलना चाहिए, किससे प्रेम करना चाहिए तथा कहां पर कितना क्रोध करना चाहिए, जो इन सब बातों को जानता है, उसे पण्डित अर्थात ज्ञानी व्यक्ति कहा जाता है।।
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